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टिहरी बाँध (Tehri Dam) India’s Largest Dam

टिहरी बाँध (Tehri Dam) उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले में स्थित है । टिहरी बाँध भागीरथी और भिलंगना के संगम पर बना हुआ है। यह बाँध भारत का सबसे ऊँचा बांध है। टिहरी बांध की ऊँचाई 261 मीटर तथा लम्बाई 575 मीटर है । टिहरी बाँध को सुमन सागर और स्वामी रामतीर्थ सागर बांध के नाम से भी जाना जाता है। इसका उपयोग सिंचाई तथा बिजली पैदा करने हेतु किया जाता है।

टिहरी बांध का निर्माण (Construction of Tehri Dam)

टिहरी बांध निर्माण का कार्य 1978 में शुरू हो गया था। टिहरी बाँध की परियोजना को दो चरणों में विभाजित किया गया था। पहले चरण में बाँध और जलाशय का निर्माण शामिल था, जबकि दूसरे चरण में जल विद्युत परियोजना को स्थापित किया गया।लेकिन आर्थिक, पर्यावरणीय एवं अन्य प्रभावों के कारण इसमें देरी हुई और टिहरी बांध परियोजना, प्राथमिक जांच का काम 1961 में पूरा हुआ। फिर इसकी रूपरेखा तैयार हुई और यह 2006 में पूरा हुआ। जबकि 2012 में, इस परियोजना का दूसरा हिस्सा, कोटेश्वर बांध के साथ मिला। टिहरी बाँध के निर्माण के फलस्वरूप टिहरी शहर पानी में डूब गया और फिर टिहरी शहर को विस्थापित करके नई टिहरी शहर में बसाया गया।

पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियाँ (Environmental and Social Challenges)

टिहरी बाँध के निर्माण ने पर्यावरणीय और सामाजिक मुद्दों को भी उठाया। इस परियोजना के कारण हजारों लोगों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा था। लोगों के पुनर्वास और पुनर्स्थापन के लिए सरकार ने योजनाएँ बनाई, लेकिन ये योजनाएँ कई बार आलोचना का विषय बनीं। पुरानी टिहरी, टिहरी बाँध (Tehri Dam) की वजह से जल मगन होने के कारण नई टिहरी का निर्माण हुआ।

इसके अलावा, टिहरी बाँध के निर्माण से क्षेत्र में भूकंप की संभावना और पारिस्थितिकी तंत्र पर भी प्रभाव पड़ा। पर्यावरणविदों का मानना है कि इस क्षेत्र में निर्माण से पर्यावरणीय असंतुलन हो सकता है, जिससे वन्यजीवों और स्थानीय जैवविविधता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि, इन चिंताओं के बावजूद, सरकार ने इस परियोजना को जारी रखा और इसका सफलतापूर्वक निर्माण पूरा किया।

बिजली परियोजना और सिंचाई (Tehri Dam Power Project and Irrigation)

इस बाँध से वर्तमान में 2400 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता है, और 270,000 हेक्टर क्षेत्र की सिंचाई भी होती और साथ ही साथ प्रतिदिन 102.20 करोड़ लीटर के लनभाग पेयजल उत्तर प्रदेश, दिल्ली एवं उत्तराखण्ड को उपलब्ध कराना होता है।

भारत सरकार ने यहाँ अतिरिक्त 1000 मेगावाट की इकाई लगाने की मंज़ूरी भी दे दी है।

टिहरी जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत तीन इकाइयाँ रखी गयीं हैं:-

  1. टिहरी बाँध और जल विद्युत इकाई: 1000 मेगावाट
  2. कोटेशवर जल विद्युत परियोजना: 400 मेगावाट
  3. टिहरी पम्प स्टोरेज परियोजना: 1000 मेगावाट

टिहरी बाँध का महत्त्व (Importance of Tehri Dam)

टिहरी बाँध आज भारत के सबसे महत्वपूर्ण बाँधों में से एक है। यह जल विद्युत उत्पादन के साथ-साथ सिंचाई और पेयजल आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह बाँध न केवल उत्तराखंड राज्य की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ है, बल्कि पूरे भारत देश के विकास में भी योगदान दे रहा है।

टिहरी बांध से उत्पन होने वाला खतरा (Danger arising from Tehri Dam)

यह परियोजना हिमालय के केंद्रीय क्षेत्र में स्थित है। और यहाँ इस क्षेत्र के आस-पास 6.8-8.5 तीव्रता के भूकंप आने का अनुमान लगाया गया है। और अगर टिहरी बाँध टूटता है तो यह अनुमान लगाया जाता है कि इसके कारण ऋषिकेश, हरिद्वार, बिजनौर, मेरठ और बुलंदशहर इसमें जलमग्न हो सकते है । इस कारण से इस बाँध का भारी विरोध भी हो रहा है।

टिहरी बांध की मनोरंजक गतिविधियाँ (Recreational Activities of Tehri Dam)

टिहरी बांध बिजली, सिचाईं और पेयजल के साथ-साथ एक पर्यटक स्थल के रूप में भी कार्य करता है जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। और अपने आगंतुकों को झील में कुछ रोमांच का अनुभव करने का अवसर भी प्रदान करता है।  जहाँ अक्सर पर्यटक जेट स्कीइंग से हॉट एयर बैलून सवारी, वाटर स्कीइंग, राफ्टिंग, वाटर ज़ोरबिंग कई अलग-अलग गतिविधियां करते नजर आते है।

टेहरी बांध निकटतम होटल (Tehri Dam Nearest Hotel?)

टिहरी बांध क्षेत्र के आस-पास के कुछ निकटतम होटल और आवास इस प्रकार हैं:

  1. होटल ले रोई लेक व्यू, नई टिहरी
    यह टिहरी झील टिहरी बांध से लगभग 5 किमी की दूरी पैर है
  2. होटल भागीरथी दर्शन, नई टिहरी
    टिहरी बांध से दूरी: लगभग 6 किमी
  3. हिमालय रेजीडेंसी, नई टिहरी
    टिहरी बांध से दूरी: लगभग 7 किमी
  4. होटल देवकी पैलेस, नई टिहरी
    टिहरी बांध से दूरी: लगभग 4 किमी
  5. टिहरी क्लब और रिज़ॉर्ट, नई टिहरी
    टिहरी बांध से दूरी: लगभग 8 किमी

Table of Contents

भारत का सबसे बड़ा बाँध कौन सा है?

टिहरी बाँध भारत का सबसे बड़ा बाँध है जो कि उत्तराखंड में है।

टिहरी डैम की ऊंचाई कितनी है?

टिहरी बाँध की ऊँचाई 261 मीटर है ।

टेहरी बाँध कोनसी नदी पर बना हुआ है ?

टिहरी बाँध भागीरथी और भिलंगना के संगम पर बना हुआ है।

टेहरी बांध से सुरकंडा देवी की दूरी

टिहरी बाँध से सुरकंडा देवी की दूरी लगभग 42.8 कम है।

टिहरी बांध कितनी बिजली पैदा करता है?

टिहरी बांध के मुख्य जलविद्युत संयंत्र में 1,000 मेगावाट की स्थापित क्षमता है। इसके अतिरिक्त, टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) सहित टिहरी हाइड्रोपावर कॉम्प्लेक्स की कुल स्थापित क्षमता 2,400 मेगावाट है।

टिहरी बांध सिंचाई में कैसे मदद करता है?

टिहरी बांध के आस-पास के क्षेत्रों में लगभग 270,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई में मदद करता है। यह सिंचाई की ज़रूरतों के अनुसार छोड़े जाने वाले पानी को संग्रहीत और नियंत्रित करता है, जिससे कृषि क्षेत्रों को लगातार पानी की आपूर्ति सुनिश्चित होती है।

टिहरी बाँध जलाशय की भंडारण क्षमता कितनी है? (What is the storage capacity of Tehri Dam reservoir?)

टिहरी बांध द्वारा निर्मित जलाशय, जिसे टिहरी झील के रूप में जाना जाता है, की भंडारण क्षमता लगभग 4.0 क्यूबिक किलोमीटर (किमी³) या 3.54 मिलियन एकड़ फीट पानी है।

क्या टिहरी बांध भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है? (Is Tehri Dam located in a seismically active area?

हां, टिहरी बांध भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है, जिससे भूकंप की स्थिति में इसकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा होती हैं। बांध को महत्वपूर्ण भूकंपीय गतिविधि का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और इसकी संरचनात्मक अखंडता सुनिश्चित करने के लिए निरंतर जाँच होती रहती है।

क्या पर्यटक टिहरी बांध देखने आ सकते हैं? (Can tourists come to see Tehri Dam?)

जी हाँ ! टिहरी बांध एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है। यह क्षेत्र बांध और जलाशय के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है, और टिहरी झील में विभिन्न जल क्रीड़ा और मनोरंजक गतिविधियाँ उपलब्ध हैं।

मैं टिहरी बांध तक कैसे पहुँच सकता हूँ? (How can I reach Tehri Dam?)

टिहरी बांध उत्तराखंड के न्यू टिहरी शहर के पास स्थित है। यह ऋषिकेश से लगभग 85 किलोमीटर और देहरादून से 105 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। इसके निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है, और निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में है। सड़क संपर्क भी अच्छी तरह से स्थापित है, नियमित बस और टैक्सी सेवाएँ उपलब्ध हैं।

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